पुत्रदा एकादशी: पुत्र प्राप्ति का व्रत और कथा |

विवरण

  • पुत्रदा एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, खासकर उन दंपत्तियों के लिए जो संतान की प्राप्ति की इच्छा रखते हैं। यह व्रत हर साल दो बार आता है, एक बार पौष मास के शुक्ल पक्ष में और दूसरी बार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में। इस व्रत को करने से न केवल संतान सुख की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।

    इस वीडियो में हम आपको पुत्रदा एकादशी की कथा, व्रत विधि, और इस व्रत के महत्त्व के बारे में विस्तार से बताएंगे। जानिए कैसे इस पावन दिन पर व्रत रखने से आपकी मनोकामना पूर्ण हो सकती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

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